घूँघट में छिप न सका
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घूँघट में छिप न सका
दो आँखों का प्यार
जब एक नदिया मुस्काई
तो हुआ खुश पहाड़
रंगों से मिल ली गले
मेरी-तुम्हारी याद
बदल लिए कुदरत ने भी
अपने दिल के अंदाज़
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घूँघट में छिप न सका
दो आँखों का प्यार
जब एक नदिया मुस्काई
तो हुआ खुश पहाड़
रंगों से मिल ली गले
मेरी-तुम्हारी याद
बदल लिए कुदरत ने भी
अपने दिल के अंदाज़
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