Saturday 6 December 2014

वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही,
इश्क़ में प्रेमी कभी झुकता नही,
खामोश हैं हम किसी के खुशी के लिए,
ना सोचो के हमारा दिल दुःखता नहीं!

मेरे शहर में कुछ ऐसे लोग मिले, जो दिल में उतर गये

और कुछ ऐसे भी मिले, जो दिल से उतर गये

मुशकिल में थामा हाथ अनजानो ने,
पहचान वाले तो साफ मुकर गये ।।

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