ठोकरें खा कर भी ना संभले
तो मुसाफ़िर का नसीब,
वरना पत्थरों ने तो
अपना फर्ज़ निभा ही दिया....!!
दुआ करते है आपको
किसी बात का गम ना हो...
आपकी आँखे
किसी बात पर कभी नम ना हो...
हर रोज
मिले आपको एक नया दोस्त...
पर...
किसी मेँ हमारी जगह लेने का- दम ना हो
तो मुसाफ़िर का नसीब,
वरना पत्थरों ने तो
अपना फर्ज़ निभा ही दिया....!!
दुआ करते है आपको
किसी बात का गम ना हो...
आपकी आँखे
किसी बात पर कभी नम ना हो...
हर रोज
मिले आपको एक नया दोस्त...
पर...
किसी मेँ हमारी जगह लेने का- दम ना हो
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